नारी तेरी यही कहानी…
पूरा घर सो जाता है जब मैं बिस्तर पर जाती हूं सुबह सपनों में डूबा सारा घर और किचन में...
पूरा घर सो जाता है जब मैं बिस्तर पर जाती हूं सुबह सपनों में डूबा सारा घर और किचन में...
मेरे नाम से जोड़कर, अपना नाम गर ऊंचा होता है तेरा कद... तो भूलना मत... मेरे नाम और काबिलियत के...
जीवन की संध्या बेला में गर छूट जाए हम सफर... पत्थरों और कांटों से भरा होता है आगे का...