दोस्ती का उपहार…
एक वीराना से जंगल की तपती दोपहरी में एक भूखी प्यासी मधुमक्खी बहुत देर से घूम रही थी उसका गला...
एक वीराना से जंगल की तपती दोपहरी में एक भूखी प्यासी मधुमक्खी बहुत देर से घूम रही थी उसका गला...
प्रीति प्रकाश 9 दिसंबर, 2022 अनन्या की आंखों से नींद आज कोसों दूर थी। वह बार-बार करवट बदल कर सोने...
बहुत समय पहले की बात है। जब हम जंगल में रहते थे। हम सब पेड़ पौधे जानवर आदमी सब साथ...
बहुत समय पूर्व तितलियां स्वर्ग में रहा करती थीं। तितलियां स्वर्ग में इठलाती-इतराती इधर-उधर घूमती रहती। उनका रंग एकदम दूध...
३ दिसंबर, २०२२ यूं तो बेटियों को घर से बाहर जाने की इजाजत नहीं होती ! फिर क्यों उन्हें शादी...
प्रीति प्रकाश1 दिसंबर, 2022मुहब्बत... एक जज्बात... एक किताबी कहानी.. अहसास...या कुर्बानी.. शब्दों में इतनी ताकत नहीं होती कि वो मुहब्बत...
यह एक सच्ची घटना है हैदराबाद के शमशाबाद की... जहां एक खुशमिजाज डॉक्टर अपने हुनर से जानवरों को पीड़ा से...