सपने में बुलाते हो मुझे…!
मैं होती हूं नींद के आगोश में, और तुम चुपके से आ जाते हो... जाने कैसे बिना आहट के मेरे,...
मैं होती हूं नींद के आगोश में, और तुम चुपके से आ जाते हो... जाने कैसे बिना आहट के मेरे,...
आंखों के समंदर में जो है, दर्द सी मछलियां... मची है खलबली कि अब है आतुर बाहर आने को..... कांटों...
सर्दियां शुरू होते ही बच्चों को एक लाल कपड़े और सफेद दाढ़ी वाले सेंटा का इंतजार होता है। पर मुझे...
घटना उन दिनों की है जब दुराचारी रावण ने माता सीता का अपहरण कर लिया था और भगवान राम युद्ध...
ये सतरंगी उम्र... जब दुनिया होती है रंगीन... दिखता है चारों तरफ इंद्रधनुष ही इंद्रधनुष गुदगुदा जाता है हवा का...
जिस प्रकार समुद्र की शांति को महज पत्थर के एक टुकड़े से भंग किया जाता है और उसमें उथल-पुथल मचा...
कहते हैं सुंदर घर मन-मिजाज को तरो-ताजगी से भर देता है। घर को सुंदर बनाना और निखारना भी एक कला...
समंदर की तरह असंख्य प्यार की मोती समेटे... ऊपर से सख्त और अंदर से मोम की तरह पिघलते, कैसा सख्त...