कविता पीर कही ना जाए Priti Prakash February 22, 2023 0 आंखों के समंदर में जो है, दर्द सी मछलियां... मची है खलबली कि अब है आतुर बाहर आने को..... कांटों... Read More
कविता हौसला Priti Prakash February 22, 2023 0 मैं एक लड़की थी बदनाम! काट खाने को दौड़ता था मेरा नाम!! मैं रो सकती थी अंधेरी रातों में.... जहर... Read More