हमेशा युवा दोषी नहीं…
इंसान के अंदर ना ही ममत्व की थाह है और ना ही प्यास की सीमा रेखा! ये ममत्व और प्यास...
इंसान के अंदर ना ही ममत्व की थाह है और ना ही प्यास की सीमा रेखा! ये ममत्व और प्यास...
कुछ कहना चाहती हूं तुमसे कुछ नहीं, बहुत कुछ.... पर एक तुम हो, जो सुनना ही नहीं चाहते.., तुम्हारे पास...