शत्रु को भी स्नेह से जीत लेते हैं

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मूलांक आठ और उनका चरित्र

           चुम्बकीय आकर्षण लिए हुए आपका व्यक्तित्व ही आपके जीवन की पूंजी है। निरंतर गतिशील बने रहना आपका स्वभाव है और शत्रुपक्ष को भी स्नेह से वशीभूत करना आपका स्वभाव है। आप अतिथि सत्कार और धर्म-कर्म में पूर्णतया विश्वास रखने वाले हैं।

व्यक्तित्व के प्रधान लक्षण

संघर्षशील आपका जीवन रहा है। आपके चहेरे को देखकर कोई भी आपके मन की बात नहीं जान सकता। आपकी वृत्ति अन्तर्मुखी है अतः आप बिना प्रदर्शन किए चुपचाप शांति और धैर्य से अपना काम करते रहते हैं।

आपका सक्रिय जीवन

   आप स्वभाव से ही शांत, एकांतप्रिय तथा ठोस काम करने में विश्वास रखने वाले हैं। आपका व्यक्तित्व ऊपर से जहां कठोर है वहीं भीतर से अत्यंत कोमल है। इसीलिए आप अपने जीवन में गतिशील हैं।

मानसिक संतुलन

       आप घोर महात्वाकांक्षी हैं। ऊपर उठने की चाह आपमें निरंतर बनी रहती है। नेतृत्व आदि में आप जरुरत से ज्यादा व्यय कर डालते हैं। अतः आपको इस संबंध में सावधानी बरतनी चाहिए।

कार्य पद्धति

       आप बिना हो-हल्ला किए चुपचाप काम करते रहना ज्यादा पसंद करते हैं। आपको घटिया स्तर पसंद नहीं है। जीवन में छोटे काम से आप संतुष्ट नहीं रहते। ईश्वर के प्रति रूचि शुरुआत से ही रही है।

जीवन रहस्य

        आपके व्यक्तित्व की विशेषता है कि आप किसी के मित्र हैं तो हर प्रकार से उसकी सहायता करते हैं परन्तु जब किसी पर क्रोधित हो जाते हैं तो उसका सर्वनाश करने के लिए उतावले हो उठते हैं। आपके जीवन और विचारों को कोई भी आसानी से नहीं समझ सकता।

जन्मजात प्रवृति

      मूलतः आप भौतिकवादी व्यक्ति हैं। पैसे को आप अपने जीवन में जरूरत से ज्यादा महत्व देते हैं। आपको चाहिए कि आप समाज सेवा भी करें और दूसरों की सहायता करना तथा उनके लिए समय व्यतीत करना भी व्यक्तित्व के लिए जरूरी है।

आपका आदर्श वाक्य

       जीवन की सार्थकता सही ढंग से जीने में है। एक आदर्श के लिए स्वयं को अर्पण कर देना ही जीवन का सही मूल्यांकन है और यही भावना आपके मन में बराबर बनी रहती है।

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