भीड़ में गुम वजूद
एक समाज ये न जाने कितनी हस्ती थी रहते हैं हम जहां वह शरीफों की बस्ती थी। जाने कहां से...
एक समाज ये न जाने कितनी हस्ती थी रहते हैं हम जहां वह शरीफों की बस्ती थी। जाने कहां से...
एक निर्वस्त्र औरत दुबकी है कोने में, आंखें भी उसकी असमर्थ है रोने में,, अचानक दौड़े आए, आए.... और भी...