बालकनी घर की ऐसी जगह है जिसे हम कई तरह से उपयोग कर सकते हैं। कुछ लोग यहां कपड़े सुखाते हैं, कुछ इसे स्टोर रूम की तरह यूज करते हैं, कुछ लोग इसे उपेक्षित रखते हैं पर थोड़ी सी मेहनत थोड़ा सा जतन और थोड़े से पैसे खर्च कर आप इसे अपने घर का सबसे खूबसूरत और यूनिक कॉर्नर बना सकते हैं। जहां बैठकर आप अपनी सारी थकान भूल जाएंगे, जहां आप को शांति और सुकून मिलेगा।
SUNLIGHT- अगर आपकी बालकनी में सनलाइट आती है तो आपके पास बेस्ट बालकनी है। आप जो चाहो प्लांट लगा सकते हैं। ठंड में सूर्य की रोशनी में धूप इंजॉय कर सकते हैं और गर्मी से बचने के लिए बालकनी में चीक लगवा लें, इसे सुबह-शाम खुला रखें और सूरज की बढ़ती रौशनी के साथ अपना चिक खोल दें।
GREEN GRASS-
आर्टिफिशियल ग्रीन ग्रास बहुत तरह के आते हैं। इसकी क्वालिटी आप अपने बजट और रिक्वायरमेंट के हिसाब से चुन सकते हैं।
अगर बालकनी के पूरे फ्लोर पर आप ग्रीनग्रास लगा रहे हैं तो आप कुछ गद्दे रख कर भी सीटिंग बना सकते हैं या फिर अपने हिसाब से चेयर-बेंच कुछ भी रख सकते हैं।
अगर आपको बालकनी में कुछ स्टोरेज चाहिए तो आजकल स्टोरेज वाले बेंच मार्केट में मौजूद हैं या
फिर बालकनी के किसी कोने में आप कारपेंटर से स्टोरेज एरिया बनवा सकते हैं।
MUSIC- अगर आप संगीत के शौकीन हैं तो कुछ अलग-अलग साउंड वाले विंड चाइम अपनी बालकनी में जरूर लगवाएं। हो सके तो साथ-साथ आप फाउंटेन भी ऐड कर सकते हैं। फाउंटेन की आवाज इतनी नेचुरल होती है कि आपको ऐसा प्रतीत होगा आप किसी झरने या प्रकृति की गोद में बैठे हैं। प्लांट के बीच बैठकर जब पानी की कल-कल ध्वनि आप सुनेंगे तो आपके मन मस्तिक की सारी थकान दूर हो जाएगी। उसके साथ बजता विंड चाइम आपको बहुत सुकून देगा आप बालकनी से उठना नहीं चाहेंगे अगर आप इसे और भी मनोरम बनाना चाहते हैं तो अपने फोन पर या ब्लूटूथ पर चिड़ियों की आवाज ऐड कर ले और आंखें बंद कर वहां मेडिटेशन करें।
YOGA- अगर आप योगा करते हैं तो योगा पोज या महात्मा बुद्ध जैसी कोई तस्वीर वहां लगा सकते हैं। इसके अलावा आप सकारात्मक विचार वाले बहुत सारे फोटो यूज कर सकते हैं। वहां बैठकर जब आप म्यूजिक के साथ योगा करेंगे तो वह एक्सरसाइज या योगा आपको दोगुना लाभ देगा आपके शरीर के साथ आपके थके मस्तिष्क को भी राहत मिलेगी।
TEMPLE– आप अगर पूजा-पाठ से ज्यादा लगाव रखते हैं तो अपना मंदिर यहां बनवा सकते हैं। पूजा करने में आपको कोई डिस्टरबेंस नहीं होगा। आप अपने भगवान के साथ पूरी एकाग्रता से वहां अपना भक्ति-भाव इंजॉय कर सकते हैं। पहले भगवान घर के अंदर नहीं रखे जाते थे मंदिर या भगवान का घर हमेशा आंगन में बनाया जाता था या घर से अलग कोई स्थान होता था पर वक्त के साथ सिमटते घर या छोटा होता घर होने की वजह से घर का एक कोना मंदिर के लिए रखा जाने लगा। अगर आप बालकनी में मंदिर बनाते हैं तो वह पूरी तरह स्वच्छ और एकांत में होगा।
अगर आपकी बालकनी में सनलाइट नहीं आती है तो घबराने की जरूरत नहीं है। फिर भी अगर आप प्लांट का शौक रखते हैं और आपकी बालकनी में धूप नहीं आती तो घबराएं नहीं, कुछ ऐसे प्लांट भी आते हैं जो बल्ब की रौशनी में आसानी से चल जाते हैं। आप नर्सरी से ऐसे प्लांट लाएं और उन्हें अपनी बालकनी में जगह दें।