आइए आज हम आपको ले चलते हैं एक ऐसी दुनिया में जहां हर चेहरा हंसता मुस्कुराता और खुशहाल नजर आता है।
जहां सिर्फ खुशियां ही खुशियां हैं। जहां हर जोड़ा हंसता, खिलखिलाता, प्यार जताता या मनुहार करता नजर आता है। जी हां! कभी पार्टियां करता, कभी अपना दुख बांटता और कभी दूसरे के लिए दुआएं करता। जहां कोई किसी से शिकायत नहीं करता किसी को कोई तकलीफ नहीं है, कोई बीमारी नहीं है, किसी चीज की कमी नहीं है, जहां जिंदगी मानो जन्नत से भी हसीन है। पर क्या वाकई यह दुनिया इतनी ही खूबसूरत है?
क्या हर हंसता-मुस्कुराता जोड़ा इतना ही खुश है जितना नजर आता है? क्या हर वक्ता उतना ही संवेदनशील है जितना नजर आता है, क्या यह बोलती तस्वीरें वाकई सच बोल रही होती हैं या सब भ्रम है, सब इल्यूजन है, इस डिजाइनर दुनिया में हम और हमारे रिश्ते इतने डिजाइनर हो गए हैं की रिश्तो मैं भी इल्यूजन से बैलेंस बनाना पड़ता है। हम बात कर रहे हैं सोशल मीडिया की।
जी हां!
रियल लाइफ में जो जोड़ा हमेशा एक दूसरे के खिलाफ आग उगलते रहते हैं अपने मुंह में ही नहीं मस्तिष्क में भी बारुद का गोला दबाए रहते हैं। उन्हें आप यहां देख लें। इनकी लाइफ wow है, amazing है, superb है। और ना जाने क्या-क्या?
आज यह सोशल कमेंट हमें क्षणिक खुशी देते हैं पर इस पर गौर करके हम अपनी जिंदगी के इस कमेंट को सार्थक बनाने की कोशिश कर सकते हैं, तभी सही मायने में आपके थैंक्स रिप्लाई की सार्थकता है।
सोचिए आप अपने प्रोफाइल ‘पिक’ में कितने जंच रहे हैं? अगर वही सच आपके जिंदगी की हकीकत बन जाए तो कितना सुखद है।
इसलिए अपनी संतुष्टि का एक पैमाना बनाएं एक लकीर खींचें अपनी संतुष्टि का। जिंदगी में सबसे जरूरी क्या है? क्या हम अपने सबसे प्यारे और अपनों को बेवजह तोड़ तो नहीं रहे।
सोचने और समझने का विषय है। हमारी जरूरत हमारे अपनों को हमसे दूर तो नहीं कर रही। उसे हाथ बढ़ाकर रोक लेने का वक्त है। खोखलेपन से मुक्त होकर अधूरे रिश्ते और अपने अतृप्त आत्मा को तृप्त करने का समय है।