टीस…
मैं जानती थी तुझे
जब मैंने तुझे नहीं देखा था
तुम्हारे इंतजार में थी
सब जानती थी कि तुम ठीक हो
तुम्हारी किताबें पढ़ती थी
सोचती थी तुम शायद
ऐसे दिखते होगे
शायद वैसे दिखते होगे
फिर मैंने तुम्हें देखा
तुम बहुत भोले और मासूम थे
ना कुछ कहो तुम
फिर भी जान जाती थी
तेरा दुख, तेरी तकलीफ
तेरी खुशी, तेरी भूख भी
धीरे-धीरे ऐसा लगा
मैं पूर्णतया तुम्हें समझती हूं
तुम्हें जानती हूं
पर आज
तुमने मेरा हाथ झटककर कह दिया
आप मुझे जानती नहीं
आप मुझे समझती नहीं मम्मा…