जिंदगी नाम है जज़्बे का। हौसला अगर कुछ कर गुजरने का हो, बुलन्दियों को छू लेने का है तो दुनिया की कोई भी ताकत बाधा नहीं बन सकती है।
ऐसी ही एक टीम से हमें रूबरू होने का मौका मिला, जी हाँ! ये व्हीलचेयर क्रिकेट टीम थी जो इंटरनेशनल लेवल पर खेल रहे थे, व्हीलचेयर पर बैठकर बल्लेबाजी करना, फील्डिंग करने के लिए व्हीलचेयर से भागना ये सब जितना रोमांचक था, उतना ही आश्चर्यजनक भी, बॉल पकड़ते हुए ये कितनी बार अपने चेयर से गिर पड़ते पर हौसला ऐसा कि फिर उसी उत्साह से खेलने लगते।
आज के दिखावटी दौर में जहां एक तरफ लोग छोटी छोटी बातों से अपना हौसला खो देते हैं, अवसाद की दवाई का सेवन करते हैं तो दूसरी तरफ हमारे समाज में ऐसे भी लोग हैं जिनके हौसले और हिम्मत इस कदर बुलंद हैं कि उन्हें सलाम करने को जी चाहता है…