नेतृत्व और मित्रता निभाने में अव्वल

0
WhatsApp Image 2023-03-12 at 7.55.46 PM

अंक 3 और उनका चरित्र

आप में कल्पना शक्ति विशेष रूप से है। आपका व्यक्तित्व कोमलता, भावुकता, मधुरता जैसे दिव्य गुणों से ओतप्रोत है आप एक ही बिंदु पर ज्यादा समय तक स्थिर नहीं रह पाते परंतु फिर भी आप नित्य नवीन प्रकार से सोच सकते हैं और उसके मुताबिक काम करके सफलता प्राप्त कर लेते हैं।

व्यक्तित्व के प्रधान लक्षण

आपका व्यक्तित्व कोमल कल्पना प्रधान है। सहृदयता परोपकार, मोह- ममता आदि की प्रधानता होने के कारण आप शारीरिक दृष्टि से भले बलवान ना हों परंतु मानसिक दृष्टि से आप सबल हैं। दिमागी काम से ही आप सफलता प्राप्त कर सकते हैं। आपकी जुबान में ‘ना’ शब्द नहीं है परंतु इससे कई बार कई समस्याएं भी पैदा हो जाती हैं।

आपका सक्रिय जीवन

दूसरों को सम्मोहित करना आपका विशेष गुण है और अपरिचित को अपने अनुकूल बना लेना आपका हुनर है लेकिन कभी-कभी कल्पनाशील होने के चलते आपको आलोचना का भी सामना करना पड़ता है परंतु आप इसकी परवाह नहीं करते।

मानसिक संतुलन

आपके मस्तिष्क में कई प्रकार की कल्पनाएं आती-जाती रहती हैं। इसी वजह से निरंतर मानसिक संघर्ष बना रहता है निराशा एवं हीन भावना आप में अधिक रहते हैं। और काम करने के बाद आप कई बार पछताते हैं की मुझे ऐसा नहीं करना चाहिए था यूं तो आप समझदार एवं सतर्क व्यक्ति हैं पर काम की शुरुआत आप जितने उत्साह से करते हैं उसकी समाप्ति उतने उत्साह से नहीं होती।

कार्यपद्धति

आपका मस्तिष्क कभी भी खाली नहीं रहता यह नई-नई कल्पनाएं संजोता रहता है। शारीरिक श्रम की अपेक्षा मानसिक श्रम में आपको ज्यादा अनुकूलता अनुभव होती है। आत्मविश्वास का अभाव होने के चलते कई बार आप समय पर काम शुरू करने से चूक जाते हैं और बाद में पछतावा भी रहता है

सहयोग एवं जनसंपर्क

आप पैसे की पीछे दीवाने नहीं हैं लेकिन सही रूप में आपको ज्ञान पिपासु कहा जा सकता है किसी चीज गहराई में जाने की आपने भावना रहती है वातावरण को अनुकूल बना लेने में आप सिद्धहस्त हैं एकांत आपको प्रिय नहीं होता मित्रों की तरफ से आपको बराबर धोखा मिलता रहता है।

जीवन रहस्य

आपके जीवन का रहस्य इस बात में निहित है कि आप किसी भी प्रकार की परिस्थितियों में स्वयं को प्रसन्नचित रख सकते हैं। हर समय मुस्कराते रहना आपका विशेष गुण है। चाहे कितनी भी बाधाएं आ जाएं आप विचलित नहीं होते और चुपचाप धैर्यपूर्वक आत्मविश्वास रखते हुए अपने काम को करते रहते हैं।

जन्मजात प्रवृति

मित्रता निभाने तथा नेतृत्व करने का आपमें जन्मजात गुण है और यह गुण जितना ही ज्यादा विकसित होगा आपको उतनी ही ज्यादा सफलता मिलेगी। आपको कई बार स्वयं को परखना चाहिए और उसके अनुकूल ही अपना काम करना चाहिए।

आपका आदर्श वाक्य

आपके बचपन से ही संघर्ष झेला है अत: आप किसी भी प्रकार का संघर्ष झेल सकते हैं। आप आत्मविश्वास बनाए रखें और कर्म पथ पर आगे बढ़ते रहें, यही आपका आदर्श वाक्य होना चाहिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *