कहानी जिंदगी की…
यह कविता मैंने अपने छोटे चाचा के लिए लिखी थी। मैं 12th में थी इस घटना ने मुझे अंदर तक...
यह कविता मैंने अपने छोटे चाचा के लिए लिखी थी। मैं 12th में थी इस घटना ने मुझे अंदर तक...
इंसान के अंदर ना ही ममत्व की थाह है और ना ही प्यास की सीमा रेखा! ये ममत्व और प्यास...
यह एक सच्ची घटना है हैदराबाद के शमशाबाद की... जहां एक खुशमिजाज डॉक्टर अपने हुनर से जानवरों को पीड़ा से...