कहानी जिंदगी की…
यह कविता मैंने अपने छोटे चाचा के लिए लिखी थी। मैं 12th में थी इस घटना ने मुझे अंदर तक...
यह कविता मैंने अपने छोटे चाचा के लिए लिखी थी। मैं 12th में थी इस घटना ने मुझे अंदर तक...
जी करता है... अंतरात्मा के कठघरे में कर दूं खड़ा तुझे पूछूं अनेक सवाल और दिखाऊं जख्म जो तूने दिए...