story
कहानी जिंदगी की…
यह कविता मैंने अपने छोटे चाचा के लिए लिखी थी। मैं 12th में थी इस घटना ने मुझे अंदर तक...
भागी लड़की का दर्द
आज सुबह से ही मेरे पड़ोस में गहमागहमी का माहौल था। जोर-जोर से आवाजें आ रही थीं। मैं भी परेशान...
अधूरा इश्क
मैं बोकारो से जमशेदपुर जा रहा था। मैं खुश था कार ड्राइव करते हुए अपने पसंद का गाना सुन रहा...
जानम समझा करो
जेठ की चिलचिलाती दोपहरी में नंगे पांव भागती हुई चंचल छत के एक कोने में जाकर खड़ी हो गई। उसके...
पेंसिल का हेलमेट
स्टोर में करीने से सजी पेन, पेंसिल के बीच एक पेंसिल बहुत देर से कुलांचे भर रही थी। कभी यहां,...
मेरा जन्मदिन
सर्दियां शुरू होते ही बच्चों को एक लाल कपड़े और सफेद दाढ़ी वाले सेंटा का इंतजार होता है। पर मुझे...
जब नारी बनी अंगारा
जिस प्रकार समुद्र की शांति को महज पत्थर के एक टुकड़े से भंग किया जाता है और उसमें उथल-पुथल मचा...
आवारा कालू बादल
बहुत दिनों के बाद आसमान में यू बादलों को घूमने का मौका मिला था। सभी बादल बहुत खुश थे इन्हीं...