पीहर हुआ पराया
मायके के दिरखा पर छोड़ आई मैं अपनी बहुत सारी अधूरी ख्वाहिश... छोड़ आई... बचपन की सहेलियां, यादें, और उनके...
मायके के दिरखा पर छोड़ आई मैं अपनी बहुत सारी अधूरी ख्वाहिश... छोड़ आई... बचपन की सहेलियां, यादें, और उनके...
जी करता है... अंतरात्मा के कठघरे में कर दूं खड़ा तुझे पूछूं अनेक सवाल और दिखाऊं जख्म जो तूने दिए...