मां
मैं सोचती थी, मां संवेदनहीन है…. नहीं समझती, दोस्तों के साथ होने वाली मस्ती! है...
मैं सोचती थी, मां संवेदनहीन है…. नहीं समझती, दोस्तों के साथ होने वाली मस्ती! है...
मेरी निगाह बार-बार दरवाजे की तरफ जा रही थी। इनके ऑफिस जाने का समय हो...
लंबी चौड़ी सी लग्जरी गाड़ी मेरे आगे आकर रुकी। एक औरत दरवाजा खोल कर बाहर...