अरे वो शहरी बाबू…
मैं गांव की नहीं हूं मैं शहर में पली-बढ़ी हूं। अरे! बाबा हमका माफी दे...
मैं गांव की नहीं हूं मैं शहर में पली-बढ़ी हूं। अरे! बाबा हमका माफी दे...
इंसान के अंदर ना ही ममत्व की थाह है और ना ही प्यास की सीमा...
लंबी चौड़ी सी लग्जरी गाड़ी मेरे आगे आकर रुकी। एक औरत दरवाजा खोल कर बाहर...
मंदिर जाना क्यों चाहिए और आपका घर मंदिर कैसे बन सकता है? मंदिर वह जगह...
परवरिश करना जितना मुश्किल है इतना ही आसान है किसी के परवरिश पर उंगली उठाना।...
आज के स्मार्ट बच्चे कहां समझ पाएंगे रिश्तों की मिठास। उनके पास रिश्तों के नाम...
महानगर की ऊंची-ऊंची इमारतें और उसमें रहने वालों का ऊंचा कद, उस इमारत में सिमटे...
आजकल एक ट्रेंड बहुत तेजी से चल रहा है और बहुत तेजी से फल-फूल भी...